रविवार, 6 अप्रैल 2014

कुछ पल हमें भी आजमाओं

हसीनाओं के लिए ख़ास ---- और नए दौर के आशिको के लिए भी !!

कितने ही आशिको ने वादें तोड़े चाँद लाने के,
अपनाते ये पुराना नुस्खा आपको पटाने के
चाँद तो आज भी जगमगाता नील गगन में 
बिन सोचे हसीनाएं खो जाती प्रीत लगन में,
अब तो संभलो, परखो ऐ सुन्दर हसीनाओं,
पूरा नही सही, पर कुछ पल हमें भी आजमाओं !!!!!!!!!!

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