जिंदगी
में चाहें ग़मों कि बरसात हो,
उलझन
भरी राहों के हालात हो,
तुम
थामें रखना हाथ सजनी,
हो
सकता है तुम्हारे हाथो में करामात हो !
माना
भाग्ये चलता है हाथ कि लकीरों से,
पर
मत भूलना दुनियां भरी पड़ी फकीरों से,
तुम
छूना दिल यकीन से सजनी,
काट
डालेंगे हर अड़चन रूपी जंजीरों को !
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